Wednesday, July 8, 2020

#Corona Virus(Covid-19)


नमस्ते मित्रों
 काफी समय से मैंने अपना ब्लॉग नहीं प्रयोग किया था  . पर आज मन हुआ तो लिख रहा हूँ।  
कैसे एक वायरस ने हम सब की जिंदगी को बदल कर रख दिया है।  यूं तो ये चीन से शुरू हुआ है।  और हम सब जानते है की एक योजना के तहत चीन ये वायरस दुनिया भर में फैला दिया।  जब चीन पर ये आरोप कोई लगता है।  तो वो कहता  है कि हमारे यहाँ भीं इसके मरीज है , पर ऐसा कैसे हो सकता है , की इतने बड़े चीन का केवल एक ही शहर प्रभावित हो।  और वही दुनिया का हर एक देश और उसके राज्य इससे प्रभावित हुए है। 


वायरस के प्रति शुरुआती रुझान 
हम सब इस वायरस के बारे में जब पढ़ते थे।  तब हमे लगता था कि , आम वायरस की तरह ही ये है , और हम सब मजाक उड़ाया करते थे, जिनको शुरू में जानकारी थी , जब वो मास्क लगाते थे , तब हम उन्हें चिढ़ाया करते थे , कहते थे कि क्या खोंच (मास्क) लगा कर घूम रहे हो पर , वो सही थे।  और हम गलत , क्योंकि उन्हें उसकी जानकारी पहले से ही थी।  हर वर्ग के लोगो के लिए ये एक  अलग ही दुनिया थी बड़े बुजुर्ग कहते है।  हमने कभी ऐसी त्रासदी नहीं देखि।


वायरस शब्दावली और सतर्कता 
इस वायरस के आने के बाद दुनिया के सामने कुछ नए शब्द अचानक उभरे है, जैसे लॉकडाउन , सैनिटाइजर ,
आइसोलेशन, कवरेण्टीन , इत्यादि, मास्क अब हमारे जीवन का हिस्सा होगा।  जैसे ये हर जगह जरुरी होगा. सरकारो ने मास्क न पहनने पर जुरमाना भी लगाया है. फिर भी हमारा ये कर्त्तव्य है कि हम सावधानी बरते.. 


कोरोना और गांव 
मै पिछले दिनों किसी काम से गाँव गया था।  वहां मैंने पाया सब कुछ ऐसा लग रहा है।  जैसे कभी कोरोना आया ही नहीं , वही हाथ मिलाना , दूरी न बनाना , मास्क न लगाना, चलन में था।  कुछ लोग वहां कह रहे थे।  की शहर की बीमारी है , उधर ही सब कुछ है इधर कुछ नहीं। 


कोरोना वायरस और अर्थव्यवस्था 
इस वायरस ने  दुनिया के बड़े बड़े देशों की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया, अमेरिका , इटली , फ्रांस ,भारत समेत कई देशों की सरकारों को बड़े पैमाने पर योजनाए बनानी पड़ी।  पर कुछ देशों में तो हालत बेहद ख़राब हो गये।  कई देशों ने अपने यहाँ लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराया। फिर भी दुनिया की अर्थव्यवस्था कब तक स्थिर होगी कहना मुश्किल होगा।  


कोरोना और बेरोजगारी 
इस बीमारी से करोड़ो लोग दुनिया भर में बेरोजगार हो गए। किसी भी सेक्टर में ऐसा नहीं की।  कोई बिना प्रभावित रहा हो। इस समय कुछ  ही सेक्टर में लोगो को अपना काम जारी रखने की अनुमति थी।  जैसे सामान्यतः रोजमर्रा की चीजों की जैसे (परचून, मेडिकल ) इत्यादि।  पर सब से ज्यादा दिहाड़ी मजदूरों की हालत नाजुक थी. कोरोना ने दुनिया को एक अलग ही लेवल पर लाकर खड़ा कर दिया है। 


कोरोना और वैक्सीन 
दुनिया के कई देशों में इसका ट्रायल चल रहा है, पर इसके बारे में अलग अलग संस्थानों का अपना लेवल है, बीच में बाबा रामदेव कोरोनिल  लेकर आये , पर वो उतना कारगर न हुई।  अब देखते है वो कौन सा देश है।  जो इसमें बाजी मारता है, कुछ भी हो पर एक्सपर्ट इस दिशा में जरूर कामयाब होंगे।  


कोरोना और भूमाफिया चीन 
जहाँ दुनिया को कोरोना देने के बाद चीन भारत समेत कई देशों की जमीन पर कब्ज़ा करना चाहता था 
पर उसके ये मंसूबे कामयाब न हुए उल्टा अब उसका अस्तित्व खुद दांव पर है।  रूस , अमेरिका , जापान, भारत, फ्रांस जैसे देश आज उसके खिलाफ जंग का एलान कर चुके है। चीन की कथनी और करनी में हमेशा फर्क रहा है।  



कोरोना और मृत्यु 
इस समय लाखों लोग इस बीमारी से मर चुके है,  आंकड़े पढ़ने में भले ही हम सोचते हो की , इतने मरे , कल कितने मरे , पर जिनके घर में मृत्यु हुई है , उनकी पूरी दुनिया ही उजड़ जाती है, अनचाही ये मौते हमें जीवन जीने का एक अलग रूप दिखा रही है.


पर किसी ने सच ही कहा है ,

                                             "ये वक्त भी गुजर जायेगा "
                                             "उम्मीद पर दुनिया कायम है"












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